रूद्रप्रयाग

सत्रह वर्षो बाद आज क्वीली में नंदा देवी पातबीड़ा महोत्सव का हुआ शुभारंभ।

रुद्रप्रयाग। सत्रह वर्षों की लंबे अंतराल के पश्चात हिमालय के लघु महाकुंभ के नाम से विख्यात पातबीड़ा महोत्सव का शुभारंभ ग्राम क्वीली के श्री नंदा देवी मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के साथ हो गया है। 17 अगस्त से लेकर 25 अगस्त तक आयोजित होने वाले अनुष्ठानिक उत्सव का आयोजन ग्राम क्वीली कुरझण और बड़कोटी के ग्रामीणों के द्वारा सामूहिक रूप से किया जाता है भाद्रपद संक्रांति से आरंभ होने वाले इस कार्यक्रम मैं दुर्वाअष्टमी के दिन होने वाला डाली कौथिक विशेष रूप से पूरे क्षेत्र के नंदा भक्तों के मध्य विख्यात है। भाद्रपद संक्रांति के दिन आज ब्राह्मणों के द्वारा विधिवत पूजा अर्चना, और हरियाली रोपण के साथ इस अनुष्ठान का शुभारंभ कर दिया गया है‌। इससे पूर्व ग्राम कुरझण और बड़कोटी के नंदा भक्त इस अनुष्ठान में सम्मिलित होने के लिए ढोल दमाऊ और भंकोरियों के साथ श्री नंदा देवी मंदिर क्वीली में पहुंचे। जहां पर ग्राम क्वीली के ग्रामीणों द्वारा सभी नंदा भक्तों और क्षेत्रपाल भेलद्यौ देवता के पश्वा का विधिवत फूल मालाओं एवं गांव की महिलाओं के द्वारा जागर गायन के साथ स्वागत किया गया। ढोल दमाऊ और भंकोरियों की मधुर ध्वनि से पूरा क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो गया।

दूसरी और अनुष्ठान में सम्मिलित होने के लिए प्रवासी ग्राम वासियों और क्षेत्र के नंदा भक्तों का गांव पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। श्री नंदा देवी आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी श्री पंकज पुरोहित ने जानकारी देते हुए बताया कार्यक्रम को लेकर समस्त तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। जिसमें जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग के साथ-साथ तमाम क्षेत्रीय जनता का लगातार सहयोग मिल रहा है। उन्होंने 9 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में व्यवस्थाएं बनाने हेतु जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग, जल संस्थान रुद्रप्रयाग, स्वास्थ्य विभाग रुद्रप्रयाग, नगर पंचायत तिलवाड़ा, नगर पंचायत अगस्त्यमुनि, नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग, बिजली विभाग रुद्रप्रयाग सहित प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग कर रहे सभी विभागों का हार्दिक आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य कार्यक्रम 23 और 24 अगस्त को आयोजित होगा जिसमें 23 अगस्त को गांव के नजदीकी सड़मा तोक से चीड़ के वृक्ष को क्षेत्र वासियों के सहयोग से नंदा देवी मंदिर तक पहुंचाया जाएगा एवं 24 अगस्त को मुख्य पातबीड़ा डाली महोत्सव आयोजित होगा। मीडिया प्रभारी ने बताया कि 23 अगस्त को आम श्रद्धालुओं के लिए आयोजन समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया जाएगा जबकि 24 अगस्त को कोटेश्वर महादेव के महंत शिवानंद गिरि जी महाराज के सहयोग से ग्राम क्वीली में भक्तों हेतु विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। कुल मिलाकर अनुष्ठान के आरंभ होने से एक बार पुनः पलायन के कारण सुनसान पड़े गांव में रौनक लौट आई है।
अनुष्ठान के प्रारंभिक दिवस पर आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री महादेव प्रसाद पुरोहित, श्री मोतीराम पुरोहित कोषाध्यक्ष श्री जगदीश प्रसाद पुरोहित, श्री बृजमोहन पुरोहित भेलद्यौ देवता की पश्वा, भगवती नंदा के पश्वा, गढ़वाली संस्कृति के पुरोधा डॉ० डीआर पुरोहित, क्वीली गांव के वयोवृद्ध भूतपूर्व प्रधानाध्यापक 97 वर्षीय श्री पूर्णानंद पुरोहित, कुरझण के वयोवृद्ध 97 वर्षीय श्री दाता राम पुरोहित, डॉ०सुभाष चंद्र पुरोहित,श्री भुवनेश्वर प्रसाद पुरोहित, श्री पवन पुरोहित सहित गांव के समस्त बुजुर्ग महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।

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