मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सैंजी पहुंचकर आपदा प्रभावितों से की मुलाकात, राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

पौड़ी/यूके न्यूज 18। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को जनपद पौड़ी के आपदाग्रस्त सैंजी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर आपदा से प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बुराँसी, नौठा और सैंजी गांवों में जाकर पीड़ित परिवारों से हालचाल जाना और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर परिस्थिति में पीड़ितों के साथ खड़ी है और राहत कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित पांच लोगों को राहत राशि के चेक प्रदान किए और क्षतिग्रस्त रास्तों से गुजरकर खुद ग्रामीणों के घर तक पहुंचे। उन्होंने नुकसान का प्रत्यक्ष जायजा लिया और प्रशासन को निर्देश दिए कि पुनर्वास एवं विस्थापन की कार्यवाही त्वरित रूप से की जाए।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से थलीसैंण तहसील के बांकुड़ा सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था प्राथमिकता से की जाए और राहत शिविरों में बिजली, पानी, शौचालय, दवाई और राशन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी गंभीर निर्देश देते हुए कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स तैनात की जाएं ताकि बीमार, वृद्ध, गर्भवती महिलाएं और बच्चे समय पर उपचार प्राप्त कर सकें। साथ ही, आवश्यक दवाओं और चिकित्सा स्टाफ की उपलब्धता 24 घंटे सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने वाडिया इंस्टीट्यूट के माध्यम से भूगर्भीय सर्वेक्षण कराने के भी निर्देश दिए ताकि आपदा की जड़ और संभावित खतरे का समय रहते आकलन किया जा सके।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए सुझाव दिया कि प्रभावितों के पुनर्वास हेतु एक समिति का गठन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिनके मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उन्हें प्राथमिकता से सहायता दी जाए।
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि प्रभावित परिवारों की सूची तैयार कर राहत सामग्री व धनराशि का वितरण किया जा रहा है। प्रशासन की टीम हर गांव तक पहुंच रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी प्रभावित राहत से वंचित न रहे।