शिक्षक कर्मचारियों ने गढ़वाल की शांत वादियों में भरी हुंकार
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पेंशन समागम रैली का श्रीनगर गढ़वाल में हुआ आयोजन

श्रीनगर गढ़वाल: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शिक्षक और कर्मचारियों का हुजूम इस बार गढ़वाल के केंद्र बिंदु कहे जाने वाले श्रीनगर गढ़वाल में उमड़ा। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन संगठन के तत्वाधान में आयोजित इस रैली में विभिन्न विभागों के कर्मचारी, शिक्षकों सहित तमाम संगठनों से जुड़े हुए अनेक सदस्यों ने भारी संख्या में प्रतिभाग कर पुरानी पेंशन योजना को बहाल किए जाने की अपनी मांग को दोहराया। जैसे-जैसे 2024 का लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे ही पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शिक्षक कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन और रैलियां गति पकड़ने लगी है। इससे पूर्व 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित पेंशन शंखनाद रैली में पूरे देश से जिस प्रकार से ओपीएस समर्थकों का हुजूम उमड़ा उसे केंद्र सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई हैं। लोहा गरम देखकर कर्मचारी संगठन भी हथौड़ा मारने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
इसी क्रम में आज श्रीनगर गढ़वाल के रामलीला मैदान में उत्तराखंड प्रदेश के शिक्षक कर्मचारी अपनी इसी मांग को दोहराते हुए सड़कों पर उतरे। शिक्षक – कर्मचारियों का कहना है कि जब तक राज्य सरकार पुरानी पेंशन बहाली नहीं करती है तब तक शिक्षक कर्मचारियों का आंदोलन जारी रखेगा।
रैली को समर्थन करने के लिए एन एम ओ पी एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु और तमाम प्रदेशों की प्रांतीय कार्यकारिणी भी उत्तराखंड प्रदेश के श्रीनगर गढ़वाल पहुंची थी। रैली में वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार को चेताया कि अगर शिक्षक कर्मचारियों की इस बहुप्रतीक्षित मांग को शीघ्र पूर्ण नहीं किया गया तो 2024 में सभी शिक्षक कर्मचारी वर्तमान केंद्र सरकार का विरोध करते हुए पुरानी पेंशन बहाली करने वाली पार्टी को अपना समर्थन देंगे। रैली में प्रेरक गीतों के माध्यम से भी शिक्षक कर्मचारियों को एकजुट रहने का संदेश दिया गया।
उत्तराखंड के श्रीनगर में पेंशन समागम रैली में जिस तरह से कर्मचारियों का हुजूम पूरे प्रदेश से पहुंचा था उसे देखकर लगता है कि किसी भी सरकार के लिए शिक्षक कर्मचारियों की इस मांग को अनदेखा करना आसान नहीं होगा। शिक्षक कर्मचारियों की एकजुटता ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों को अपनी चुनावी नीतियां बदलने हेतु कहीं ना कहीं मजबूर कर दिया है।
यही कारण रहा की पेंशन समागम रैली में शिक्षक कर्मचारियों को अपना समर्थन देने के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री करण माहरा के साथ ही क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल के प्रांतीय अध्यक्ष के प्रतिनिधि के रूप में श्री मोहित डिमरी भी पहुंचे।

दोनों राजनीतिक वक्ताओं ने वक्त की नजाकत को समझते हुए उनकी पार्टी द्वारा शिक्षक कर्मचारियों के हित में भविष्य में निर्णय लिए जाने पर बल दिया और तत्कालीन केंद्रीय भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा लिए गए एनपीएस योजना की कटु शब्दों में आलोचना की। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण महरा ने शिक्षक कर्मचारियों की इस मांग को जायज बताते हुए यह लड़ाई साथ लड़ने का आश्वासन कर्मचारी संगठनों को दिया।
इस अवसर पर एन एम ओ पी एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विजय कुमार बंधु, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री जीतमणि पैन्यूली, जनपद रुद्रप्रयाग से राज विलोचन राणा, अजय सिंह, अनिल कप्रवाण, पंकज पुरोहित, सनोज सिंह गुसांई, प्रकाश बड़वाल, पौड़ी से पहुंचे शिक्षक श्री गोविंद सिंह बिष्ट, उत्तरकाशी से पहुंचे शिक्षक श्री आशीष रावत, चमोली से श्री प्रेम सिंह रावत सहित अलग-अलग प्रदेशों के समस्त प्रांतीय एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं हजारों की संख्या में शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे।
