रूद्रप्रयाग

पंचायतीराज के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन

रुद्रप्रयाग।  जिला पंचायतीराज के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन जनपद रुद्रप्रयाग के जिला पंचायत सदस्यों एवं रेखीय विभागों के अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में इस निश्चय के साथ समापन हुआ कि सभी के सहयोग से पंचायतों को सशक्त बनाते हुए सतत विकास के सभी लक्ष्यों को 2030 से पूर्व हासिल कर लिया जायेगा।जिससे जनपद की पंचायतें शक्ति सम्पन्न होकर समाज के अंतिम पॉयदान के ब्यक्ति तक शासकीय योजनाओं का लाभ पहुँच सके व हर नागरिक शारीरिक, आर्थिक एवं बौद्धिक रूप से सर्वगुण सम्पन्न हो सके तथा इस धरा पर पर्यावरणीय खतरों को न्यूनतम करके जैव विविधता को संरक्षित किया जा सके व जल, जंगल की रक्षा करके पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किया जा सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य कुलदीप भंडारी ने कहा कि पंचायत स्तरीय विकास योजनाओं की सफलता के पीछे पंचायत प्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों के सामंजस्य के साथ साथ आम नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर मुख्य प्रशिक्षक डॉ किरण पुरोहित जयदीप ने महिला हितैषी गाँव के स्वरूप पर विस्तार से विचार रखते हुए कहा कि एक स्वस्थ समाज एवं उन्नत गाँव की परिकल्पना महिलाओं की सहभागिता के बिना अधूरी है। प्रशिक्षक हरि प्रसाद ममगाईं ने सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पंचायतों को योजना निर्माण में आम नागरिक को शामिल कर विकास योजनाओं को गति देने पर जोर दिया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए मुख्य प्रशिक्षक डॉ सुभाष चन्द्र पुरोहित ने बताया कि पंचायतीराज विभाग द्वारा प्रदेश के तेरह जनपदों 95 विकास खण्डों और 7791 ग्राम पंचायतों में पंचायत प्रतिनिधियों एवं विभागीय कर्मियों को सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण विषय को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य कुलदीप भंडारी, भारत भूषण भट्ट,रीना बिष्ट , सुमन नेगी सहित विभागीय अधिकारियों ने अपने विचार प्रकट किए। रेखीय विभाग में सेवायोजन,स्वजल, शिक्षा, पेयजल सहित सभी विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

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