देहरादून, 28 सितंबर 2024: उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) ने आज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक कान्क्लेव 2024-25 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह कार्यक्रम देहरादून स्थित आईआरडीटी सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें राज्यभर से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों ने भाग लिया। इस अवसर पर राज्य के 9 उत्कृष्ट शिक्षकों को ‘उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा प्रसार सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर अनीता रावत ने की। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में यूसर्क द्वारा शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर रावत ने बताया कि यूसर्क राज्यभर के शिक्षण और शोध संस्थानों के साथ मिलकर वैज्ञानिक गतिविधियों का आयोजन कर रहा है, जिसमें नवाचार, प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा, और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यूसर्क द्वारा राज्य के विभिन्न विद्यालयों में 200 विज्ञान चेतना केंद्र और 82 स्टैम लैब स्थापित की गई हैं।
शिक्षकों को नवाचार और पर्यावरण संरक्षण में योगदान के लिए सम्मानित किया गया
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उत्तराखण्ड सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने ‘उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा प्रसार सम्मान’ से सम्मानित शिक्षकों को बधाई दी और उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने शिक्षकों को नवाचारी शिक्षण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के लिए प्रेरित किया। श्री अग्रवाल ने यूसर्क की सराहना करते हुए कहा कि विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में यूसर्क के प्रयास उत्तराखण्ड को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
सम्मानित शिक्षक:
नवाचार और प्रौद्योगिकी आधारित विज्ञान शिक्षा के लिए निम्नलिखित शिक्षकों को सम्मानित किया गया:
1. डा. श्वेता मजगॉई – रा.उ.प्रा.वि. विजयपुर, कोटाबाग, नैनीताल
2. श्रीमती रश्मि उनियाल – रा.उ.मा.वि. ग्रास्टनगंज, पौड़ी गढ़वाल
3. श्री राजमोहन सिंह रावत – रा.उ.मा.वि. पिपाया, देहरादून
4. श्री गम्भीर पाल सिंह – रा.इ.का. रौंतल, उत्तरकाशी
5. श्री राजेन्द्र कुमार गढ़कोटी – रा.इ.का. बापरू, चम्पावत
6. श्री सतेन्द्र सिंह भंडारी – रा.प्रा.वि. कोटतल्ला, रुद्रप्रयाग
7. श्री दिनेश चन्द्र कुकरेती – रा.इ.का. द्वारी, पौड़ी गढ़वाल
8. श्री रमेश चन्द्र सिंह – रा.इ.का. ढिकुली, नैनीताल
9. श्री मोहन चन्द्र – रा.प्रा.वि. डुमलोट, बागेश्वर
तकनीकी सत्र और विचार-विमर्श
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में शिक्षाविद् डॉ. शालिनी जोशी और शिवालिक कॉलेज की श्रीमती नविता सिन्हा ने विचार-विमर्श किया। डॉ. जोशी ने विद्यार्थियों में तकनीकी के सकारात्मक उपयोग को प्रोत्साहित करने की बात कही, जबकि श्रीमती सिन्हा ने पारंपरिक और आधुनिक शिक्षा के समागम पर जोर दिया।
कार्यक्रम में यूसर्क द्वारा प्रकाशित पुस्तक “एलीमेन्ट्री स्पेक्ट्रोस्कोपिक टैक्निक्स” का विमोचन भी किया गया। इसके अलावा, यूसर्क द्वारा स्थापित उद्यमिता विकास केंद्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसे अतिथियों द्वारा सराहा गया।
कार्यक्रम में यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा संचालन किया गया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मंजू सुन्दरियाल ने किया। इस कार्यक्रम में 350 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिसमें शिक्षक, विद्यार्थी और शिक्षा जगत से जुड़े लोग उपस्थित थे।