ऋषिकेश, 1 सितंबर 2024:
आंवला न्यूज के संपादक योगेश डिमरी पर हुए जानलेवा हमले ने पूरे मीडिया जगत में हड़कंप मचा दिया है। योगेश डिमरी, जो कि एक जुझारू पत्रकार के रूप में जाने जाते हैं, पिछले कुछ दिनों से ऋषिकेश में शराब तस्करों के ठिकानों और उनकी अवैध गतिविधियों का खुलासा कर रहे थे। उनकी रिपोर्ट्स ने तस्करों की गतिविधियों पर काफी हद तक असर डाला, लेकिन यह साहसिक कदम उनके लिए घातक साबित हुआ।
जानकारी के अनुसार, 1 सितंबर की सुबह जब योगेश डिमरी इंदिरा नगर में थे, तभी अज्ञात हमलावरों ने उन पर अचानक हमला कर दिया। हमलावरों ने डंडों से उन पर बर्बरता से वार किया। इस हमले में योगेश के शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं, और उनके सिर पर इतनी गहरी चोट लगी कि 15 टांके लगाने पड़े। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने सुनिश्चित किया कि योगेश को गंभीर नुकसान पहुंचे ताकि वे भविष्य में उनके खिलाफ कोई रिपोर्टिंग न कर सकें। सूत्रों के अनुसार, योगेश डिमरी को पहले भी शराब तस्करों द्वारा धमकियाँ मिल चुकी थीं। उन्होंने इन धमकियों की परवाह किए बिना अपने पत्रकारिता धर्म का पालन करते हुए तस्करों की गतिविधियों का पर्दाफाश जारी रखा। हालांकि, उन्होंने यह कभी नहीं सोचा था कि उनके इस साहसिक कदम का परिणाम इतना घातक होगा।
हमले के तुरंत बाद, योगेश डिमरी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। अभी तक किसी भी हमलावर की पहचान नहीं हो पाई है।
ऋषिकेश के स्थानीय पत्रकारों और मीडिया संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने प्रशासन से दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। पत्रकारों का कहना है कि इस तरह के हमले प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। योगेश डिमरी पर हुए इस हमले ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पत्रकार सुरक्षित हैं, खासकर जब वे समाज के खिलाफ हो रही अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश करते हैं। यह घटना ना केवल योगेश के परिवार के लिए बल्कि पूरे पत्रकारिता जगत के लिए एक गंभीर चुनौती है। पुलिस और प्रशासन पर अब यह जिम्मेदारी है कि वे दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।