चमोली

ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत पंचायती राज विभाग द्वारा सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण विषय को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन

हेलंग, जोशीमठ, चमोली।
ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत पंचायती राज विभाग उत्तराखंड सरकार द्वारा सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण विषय को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन पंचायत घर उर्गम (भेटा, भक्री, उर्गम, देवग्राम, ल्यारीथेणा) में विधिवत रूप से 13/12/2022 को हुआ। प्रशिक्षण कार्यशाला में निर्वाचित ग्राम प्रधानों, वार्ड सदस्य एवं रेखीय विभागों के कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रशिक्षक हरि प्रसाद ममगाईं ने बताया कि सतत विकास लक्ष्य के सत्रह लक्ष्यों को तथा 09 थीम के रूप में परिवर्तित कर लक्ष्य को 2030 से पूर्व हासिल करने की योजना पर निरंतर कार्य किया जा रहा है। पहली थीम गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका गाँव का वर्णन करते हुए इससे संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया गया कि किस तरह गांवों को गरीबी मुक्त किया जा सकता है।
बाल हितैषी गाँव एवं महिला हितैषी गाँव पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि समाज में विकास कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए महिलाओं को भी बराबर की भागीदारी निभानी चाहिए।
श्री बहादुर सिंह रावत एवं मनोज मुख्य प्रशिक्षक द्वारा सतत् विकास के स्थानीयकरण के आधार पर निर्धारित 09 थीमों की अवधारणा के अनुसार निर्धारित विषयों पर जानकारी प्रदान करते हुए गांव के विकास में जनप्रतिनिधियों की भूमिका एवं योजनाओं के जानकारी हेतु गांव में कार्यरत ग्राम स्तरीय सम्बन्धित विभाग के कार्मिकों के क्षमता के अनुसार समुदाय को योजनाओं द्वारा लाभान्वित करने की जानकारी दी गयी। प्रशिक्षकों द्वारा 09 थीम के अन्तगर्त विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं को ग्राम स्तर पर समन्वयक के द्वारा क्रियान्वयन पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के समापन सत्र में विजया देवी उपप्रधान उर्गम और विनोद सिंह नेगी उपप्रधान ल्यारीथेणा द्वारा उपस्थित सभी प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि प्रशिक्षण में दिये गये जानकारी के अनुसार गांव के विकास में अपना योगदान दें।

Related Articles