हेल्थ

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित

रुद्रप्रयाग। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 की आरओपी में स्वीकृत गतिविधियों पर चर्चा की गई व स्वीकृत बजट का समुचित उपयोग करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एनएचएम के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए हैं कि इस योजना के तहत जो भी कार्यक्रम एवं गतिविधियां संचालित की जा रही हैं उनका उचित ढंग से संपादित सुनिश्चित किया जाए तथा चिकित्सा में आने वाले व्यक्तियों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
बैठक की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 बीके शुक्ला से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंर्तगत वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु जनपद के लिए 1704.96 लाख का बजट स्वीकृत होने व स्वीकृति के सापेक्ष होने वाली वार्षिक गतिविधियों की जानकारी ली। जिलाधिकारी द्वारा आरओपी में स्वीकृत गतिविधि का निर्धारित समयसीमा में क्रियान्वयन करने, अनटाइड फंड में स्वीकृत बजट का मांग के अनुरूप समुचित उपयोग करने के साथ-साथ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को आरओपी का गहन अध्ययन कर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि आशा कार्यकत्री व आशा फेसिलिटेटर के अपने क्षेत्र में निवासरत होना सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक आशा व आशा फेसिलिटेटर का सत्यापन करने के निर्देश दिए, कहा कि विभाग आशा कार्यकत्री व आशा फेसिलिटेटर की क्षेत्र में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए निरंतर निगरानी करें व क्षेत्र में अनुपस्थिति रहने वालों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।


जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्वास्थ्य उपकेंद्र व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को इंटरनेट व्यवस्था से जोड़ने व वहां बिजली व पानी की व्यवस्था अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने, जनपद में आशा कार्यकत्री के खाली एक पद पर एक सप्ताह में चयन प्रक्रिया पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। साथ उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वान की खराब इंटरनेट व्यवस्था को सुधारने के लिए एनआईसी को तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी गर्भवतियों की एएनसी जांच व पंजीकरण समय पर करने, आरबीएसके के अंतर्गत रेफरल मामलों की निरंतर निगरानी कर फॉलोअप लेने, पीसीपीएनडीटी के अंतर्गत में दो बालिका वाली योग्य दंपतियों की लगातार निगरानी व काउंसलिंग करने, परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरूष नसबंदी केस बढाने, जनपद में सीएचओ के माध्यम से रोजाना 400 ई-संजीवनी टेलीकंसल्टेंशन करने के निर्देश दिए। एनटीसीपी में चर्चा के दौरान कोटपा अधिनियम 2003 के अंतर्गत पुलिस चालान की मासिक रिर्पोट स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध न होने पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर समस्या से अवगत कराने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसांई, डाॅ. राजीव गैरोला, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. हेमा असवाल, डाॅ. यास्मिन, डाॅ. गोपाल सजवाण, वरिष्ठ कोषाधिकारी प्रवीन बडोनी, अधिशासी अभियंता जल निगम नवल कुमार, जल संस्थान संजय सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास शैली प्रजापति सहित डीपीएम व रा.स्वा.मि. के विभिन्न कार्यक्रमों के समन्वयक मौजूद रहे।

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