रूद्रप्रयाग

आपदा के नौ वर्षों बाद गौरीकुंड के प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों के अथक प्रयास से कक्षाएँ हुई शुरू।

साल 2013 की आपदा में क्षतिग्रस्त हो गया था प्राथमिक विद्यालय।
गांव में विद्यालय न होने से छात्र शिक्षा ग्रहण करने 8 किमी दूर सीतापुर जा रहे थे।
फाटा। विकास खण्ड उखीमठ के ग्राम पंचायत गौरीकुंड में आपदा के नौ साल बाद क्षतिग्रस्त हुए प्राथमिक विद्यालय को ग्रामीणों के अथक प्रयास से शुरू किया गया।
यह विद्यालय साल 2013 की आपदा में क्षतिग्रस्त हो गया था। गांव में विद्यालय न होने से छात्र 8 किमी दूर सीतापुर शिक्षा ग्रहण करने जाने को मजबूर हो चुके थे। लेकिन ग्रामीणों के अथक प्रयास से विद्यालय की मरम्मत के बाद शीघ्र पठन पाठन विधिवत शुरू हो जाएगा।
साल 2013 के 16 व 17 जून को केदारनाथ धाम में हुए विनाशकारी आपदा, जिसे कभी भुलाया नही जा सकता। जिसमे हज़ारों लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी, कई लोगों के रोजगार व अपने आशियाने चंद पलों में तबाह हो गए थे। इसी कड़ी में यात्रा का मुख्य पड़ाव गौरीकुंड, जहां से केदारनाथ धाम के लिए पैदल यात्रा शुरू की जाती है, लेकिन साल 2013 की आपदा में गौरीकुंड बाजार पूर्ण रूप से तबाह हो गया था। इसी आपदा में गौरीकुंड प्राथमिक विद्यालय भी क्षतिग्रस्त हो गया। जिस से ग्रामीण बच्चों की शिक्षा पर इसका असर पड़ा, गांव में कुछ परिवार बच्चों को दूरस्थ विद्यालय ले गए परन्तु गौरीकुंड गांव के बच्चों को विद्यालय के लिए 8 किमी दूर सीतापुर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
समस्त ग्रामीणों के अथक प्रयास से आपदा में क्षतिग्रस्त हुए प्राथमिक विद्यालय गौरीकुंड का नौ वर्षों बाद पुनः निर्माण किया गया। ग्रामीणों के साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों का विद्यालय को फिर से शुरू करने में पूर्ण सहयोग रहा। ग्रामीण गौरी शंकर गोस्वामी ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा भेजे गए पैनल ने विद्यालय का निरीक्षण किया है, जल्द ही विद्यालय का संचालन शुरू होगा। पूर्व प्रधान गौरीकुंड मायाराम गोस्वामी ने कहा कि गांव में विद्यालय न होने से गांव में पलायन अधिक बढ़ा है , विद्यालय के पुनः शुरू होने गांव से पलायन कम होगा।
खण्ड शिक्षा अधिकारी अवतार सिंह राणा द्वारा प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया, साथ ही ग्रामीणों को छात्रों के प्रवेश प्रारम्भ करने हेतु कहा गया। अध्यापक रामदत्त गोस्वामी ने बताया कि यहां पर 10 से 15 बच्चे हैं। जिस कारण यहां शिक्षा विभाग के द्वारा पुनः विद्यालय खोलने का निर्णय लिया गया। वहीं ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि 13 बच्चे गांव के हैं तथा 7 बच्चे नेपाली मूल के हैं। ऐसे में छात्र संख्या देखते हुए जल्द विद्यालय का संचालन होगा।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान सोनी देवी, दीर्घायु गोस्वामी, परमानन्द गोस्वामी, संजय गोस्वामी, प्रीतम गोस्वामी, राजेश गोस्वामी सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।

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