जमदगनेश्वर मन्दिर में आयोजित रूद्र महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ हुआ समापन
श्रीराम कथा का मंगलवार को होगा समापन

फाटा। केदारघाटी की सुरम्य वादियों में स्थित जमदग्नि ऋषि की तपो भूमि जमदग्नेश्वर महादेव मन्दिर में ब्रह्मचारी ज्ञानानन्द महाराज के सानिध्य में आयोजित रूद्र महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया है, जबकि श्रीराम कथा का मंगलवार को पूर्णाहुति के साथ समापन होगा।
रूद्र महायज्ञ व श्रीराम कथा के आयोजन से सम्पूर्ण क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। सोमवार को विद्वान आचार्यों द्वारा हवन कुण्ड में जौ, तिलहन, चन्दन , पुष्प,अक्षत्र सहित अनेक प्रकार की पूजा सामाग्रियो की आहूतियां डालकर विश्व कल्याण व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की गयी। दोपहर ठीक एक बजे हवन कुण्ड में कई कुन्तल हवश सामाग्री तथा घी की विशाल आहूतियां देते ही कई देवी – देवताओं नर रूप में अवतरित हुए तथा हवन कुण्ड की परिक्रमा कर भक्तों को आशीष दिया। नर रूप में कई देवी – देवताओं के अवतरित होने पर ऐसा आभास हो रहा था कि सम्पूर्ण देव लोक पृथ्वी पर उतर आया हो, श्रीराम कथा की महिमा का गुणगान करते हुए अयोध्या के 14 वर्षीय बाल ब्यास प्रज्ञा शुक्ला ने कहा कि ” जहाँ सुमित तहा सम्पत्ति दाना, जहाँ कुमति तहां विपति निधाना। ” उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र का जो मनुष्य सच्चे मन से क्षण भर के लिए भी स्मरण करता है वह मनुष्य सांसारिक सुखों को भोग कर अन्त में मोक्ष को प्राप्त होता है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान जामू श्रीमती विनीता देवी, क्षेस श्रीमती अनिता देवी, मन्दिर समिति अध्यक्ष सूरज नंदवाण, पवन अंथवाल, पशुपति कुर्माचली, संजय तिवारी, कुलदीप कुर्माचली, आशुतोष कुर्माचली सहित बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित रहे।