उत्तराखण्ड पुलिस के स्लोगन “मित्रता सेवा सुरक्षा” को पुलिस के जवान द्वारा किया गया चरितार्थ

उत्तरकाशी में उत्तराखण्ड पुलिस के जवान ने ह्रदय रोग से पीड़ित अध्यापक को रात के अंधेरे में बर्फीले रास्तों से सकुशल गन्तव्य तक पहुंचाया। जान की सलामती के लिए भावुक अध्यापक ने जवान की हौसला अफजाई के लिए लिखा पत्र
उत्तराखण्ड पुलिस के स्लोगन “मित्रता सेवा सुरक्षा” को उत्तराखण्ड के पुलिस के जवानों द्वारा कई बार चरितार्थ करते हुये देखा गया है, देवभूमि की मित्र पुलिस ड्यूटी के साथ-साथ अपने मानवीय कार्यों के लिए प्रदेश तथा देशभर में जानी जाती है, ऐसा ही एक वाक्या जनपद उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र मे देखने को मिला, जहां पर उत्तरकाशी पुलिस का जवान सहायक अध्यापक के लिए देवदूत बनकर सामने आया है।
थाना मनेरी पर नियुक्त पुलिस जवान सुनील मैठाणी की विगत 04-05 फरवरी को पोस्टल बैलेट में ड्यूटी लगी हुई थी, दिनांक 05.02.2022 को उनकी पोलिंग पार्टी पोस्टल मतदान करवाने के बाद उत्तरकाशी मोरी के सदूरवर्ती क्षेत्र ग्राम ताल्लुका (जो क्षेत्र उस समय भारी बर्फ से लदा हुआ था) से पैदल रास्ते (लगभग 05 किमी) से वापस आ रहे थे। शाम के समय लगभग 04.00 बजे पोलिंग पार्टी के मतदान अधिकारी प्रथम सहा0अ0 प्रेम सिंह (जो ह्रदय रोग पीड़ित हैं) की अचानक तबीयत बिगड़ने से वह रास्ते में पार्टी से पिछडने लगे तथा कुछ देर में वह पूरी तरह से बर्फीले रास्ते में ही लोटपोट हो गये। ऐसे में जवान सुनील मैठाणी द्वारा पीठासीन अधिकारी से अनुमति लेकर उनको नेटवर्क विहीन बर्फीले क्षेत्र (जहां पर जंगली जानवरों का भी लगातार भय बना रहता है) से रात्रि के अंधेरे में मोबाईल की रोशनी में कंधे डण्डे का सहारा देकर अदम्य साहस व बहादूरी का परिचय देते हुये किसी तरीके से रात के 10 बजे तक मुख्य मार्ग में लाया गया। जिसके बाद उन्हे सकुशल उनके गन्तव्य तक पहुंचाया गया।
अध्यापक प्रेम सिंह जी द्वारा पुलिस जवान की बहादूरी व अदम्य साहस के कायल हो गये, भावुक होते हुये उनके द्वारा जान बचाने के लिए पुलिस जवान का आभार व्यक्त कर आजीवन ऋणी रहने की बात कही गई।