आप प्रदेश उपाध्यक्ष चमोला ने चुनाव से ठीक पहले थामा कांग्रेस का दामन,छोड़ी आप पार्टी
केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने प्रेसवार्ता में गिनाई पांच साल की उपलब्धि

आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष चमोला ने बीस से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ थामा कांग्रेस दामन।
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप के कद्दावर नेता विजय चमोला ने बीस से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया है। बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टियां बदलने का सिलसिला जारी है। चुनाव से ठीक पहले भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट ओर विधायक मनोज रावत ने सभी कार्यकर्ताओं का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया है। साथ ही इसे अपनी एक उपलब्धि बताया है। इस अवसर पर विधायक मनोज रावत द्वारा प्रेस वार्ता कर विरोधियों द्वारा उन पर लगाये जा रहे आरोपों का खंडन कर सफाई दी। केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने विगत पांच वर्षों में खर्च हुई विधायक निधि का हिसाब देते हुए कहा कि विपक्षी दल भ्रामक प्रचार कर रहे हैं कि मनोज रावत अपनी विधायक निधि खर्च नहीं कर पाये। कहा कि उन्हें विगत पांच वर्षों में विधायक निधि में कुल 18 करोड़ 32 लाख रू0 आबंटित हुए थे। जिसमें से वे 18 करोड़ 21 लाख रू0 खर्च कर चुके हैं। स्वास्थ्य पर एक करोड़ 60 लाख रू0, शिक्षा पर 2 करोड़ 20 लाख, ग्राम पुस्तकालय पर एक करोड़ 74 लाख, ममंद एवं युमंद को प्रोत्साहन हेतु 90 लाख, शहीद स्मारकों हेतु 66 लाख, खड़िंजा, सीसी मार्ग, पुलिया आदि पर 3 करोड़ 37 लाख, चौक निर्माण, मिलन केन्द्र आदि पर 3 करोड़ 23 लाख, बारातघर, मंच निर्माण, प्रतीक्षालय आदि पर 2 करोड़ 40 लाख, खेल मैदान निर्माण, समतलीकरण आदि पर 78 लाख, मन्दिर सौदर्यीकरण, शोभास्थली आदि पर एक करोड़ 57 लाख रू0 खर्च किए गये हैं।
मनोज रावत ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उन्होंने न केवल सदन से बाहर बल्कि सदन में भी सरकार की जनविरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध किया। इस बात बात की गवाही विधानसभा की कार्यवाही दे रही है। यही नहीं जो विपक्षी नेता कह रहे हैं कि मनोज रावत ने कोई विकास नहीं किया है, उन्हीें के गांव व स्कूल में उन्होंने विधायक निधि से कार्य कराये हैं। कहा कि उन्हें क्षेत्र में मिल रहे अपार जन समर्थन से विपक्षी बौखला गये हैं। ऐसे में उनके खिलाफ अनर्गल आरोप लगाये जा रहे हैं।